नयी दिल्ली। सरकार ने अमृतसर के जलियांवाला बाग की मिट्टी से भरा कलश राजधानी के राष्ट्रीय संग्रहालय में रखने का फैसला किया है ताकि 1919 में अंग्रेज कमांडर जनरल माइकल ओ डायर की गोलियों से आज़ादी के दीवानों की शहादत की यह निशानी देशवासियों को प्रेरणा देती रहे।
संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने आज यहां जलियांवाला बाग की मिट्टी से भरा कलश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संसद भवन में उनके कार्यालय में सौंपा। बाद में प्रधानमंत्री ने इस कलश को राष्ट्रीय संग्रहालय में रखने का निर्देश दिया।पटेल ने बाद में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनके लिए यह गौरव का क्षण है कि उस जघन्य जनसंहार के सौ साल बाद वह मिट्टी देशवासियों को प्रेरित करने के लिए राजधानी में रखी जा रही है जिसमें हजारों लोगों का खून मिला हुआ है और आज़ादी के जज़्बे से भरी हुई है।
इसके साथ इस बात का दुख भी है कि इसमें सौ साल लग गये। उन्होंने कहा कि जो लोग अमृतसर नहीं जा पाते हैं, उनको राष्ट्रीय संग्रहालय में इस पवित्र एवं ऐतिहासिक मिट्टी के दर्शन करने एवं शहीदों को श्रद्धांजलि देने का अवसर मिल सकेगा।पटेल ने प्रधानमंत्री को इस बात के लिए धन्यवाद दिया कि उन्होंने जलियांवाला बाग स्मारक समिति को दलीय राजनीति से मुक्त करके इसे गैरराजनीतिक स्वरूप दे दिया है।